पाकिस्तान की महिला सांसद ने एक ऐसा बयान दिया है जो शहबाज शरीफ को नींद से उठाने का काम करेगा. सीनेटर शेरी रहमान ने बुधवार को सिंधु नदी सिस्टम का मुद्दा उठाया है. सांसद शेरी रहमान ने सिंधु नदी का मामला उठाते हुए देश में जल संकट पर चिंता जताई. सिंधु नदी में पानी 100 साल के ऐतिहासिक निचले स्तर पर है.

सांसद ने जल के निचले स्तर को लेकर तत्काल कार्रवाई के लिए कहा. पूर्व जलवायु परिवर्तन मंत्री ने जोर देकर कहा कि हालात अब नेशनल इमरजेंसी जैसे है और इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए. जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण समन्वय पर सीनेट की स्थायी समिति के प्रमुख सीनेटर रहमान ने चेतावनी दी कि सिंधु नदी हमारी आंखों के सामने सूख रही है.

जल संकट का मुद्दा उठाया
सांसद शेरी रहमान ने कहा, जलवायु परिवर्तन में तेजी के चलते बारिश में 40 प्रतिशत की गिरावट आई है. सुक्कुर बैराज में जल स्तर में 71 प्रतिशत की गिरावट देखी जा रही है, जबकि सभी तीन बैराजों में कुल कमी 65 प्रतिशत तक पहुंच गई है. ये चौंका देने वाली संख्याएं हैं.”

रहमान ने संकट की वर्तमान प्रतिक्रिया की आलोचना करते हुए कहा कि तेजी से घटते जल संसाधनों को संरक्षित करने के बजाय, नहरों से पानी निकाला जा रहा है, जिससे सिंधु नदी का पानी और भी कम हो रहा है.

“पानी के अधिकार पर कोई समझौता नहीं”
इस मामले पर तत्काल और एकजुट राष्ट्रीय कार्रवाई के लिए कहते हुए पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) नेता ने कहा कि उनकी पार्टी लोगों के पानी के अधिकार पर कोई समझौता नहीं करेगी. उन्होंने कहा, “हमें प्रांतों और महासंघ के बीच तत्काल समन्वय की जरूरत है. पीपीपी हमेशा लोगों के अधिकारों के लिए खड़ी रही है और यह इस महत्वपूर्ण संसाधन तक उनकी पहुंच के लिए संघर्ष करेगी.

सरकार से समाधान की अपील
शेरी रहमान ने संघीय सरकार से पानी की कमी को जलवायु आपातकाल घोषित करने का आग्रह किया और संघीय सरकार से गंभीर पानी के मुद्दे के समाधान के लिए तत्काल सीसीआई बैठक बुलाने का आग्रह किया. उन्होंने आगे कहा, यह आरोप-प्रत्यारोप का समय नहीं है.