इंदौर: मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों के कांग्रेस जिला अध्यक्ष और ब्लॉक अध्यक्षों को हटाने की कवायद तेज हो गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस ने अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर नया फॉर्मूला तैयार किया है. जिसके तहत लंबे समय से पद पर बने जिला अध्यक्ष और 50 साल से ज्यादा उम्र के ब्लॉक अध्यक्षों को हटाया जाएगा. मध्य प्रदेश खाद्यान्न

जिला अध्यक्षों को आधार और शक्ति बनाएंगे राहुल

इसी सप्ताह गुजरात के अहमदाबाद में कांग्रेस का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित किया गया. जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संगठन को मजबूत करने के लिए जिला अध्यक्षों (कांग्रेस अध्यक्ष) को आधार और शक्ति बनाने का ऐलान किया. इसमें संगठन को मजबूत करने के लिए उन्हें कई अधिकार देने की बात कही गई है.

राष्ट्रीय अधिवेशन के बाद एमपी में प्रक्रिया तेज

राष्ट्रीय अधिवेशन से लौटने के बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने जिला अध्यक्षों और ब्लॉक अध्यक्षों को हटाने की प्रक्रिया तेज कर दी है. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस (Congress) ने जो फॉर्मूला तैयार किया है. इसमें लंबे समय से सत्ता में काबिज अध्यक्षों को हटाया जाना तय माना जा रहा है. जिससे संगठन में हलचल मची हुई है. इन जिलों के अध्यक्षों का हटना तय: विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मप्र के देवास, सतना, उज्जैन नगर अध्यक्ष, कटनी, रायसेन, विदिशा, खंडवा नगर अध्यक्ष, उमरिया, इंदौर, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, रतलाम ग्रामीण जिला अध्यक्षों का हटना तय माना जा रहा है। 

50 फीसदी ब्लॉक अध्यक्ष हटाए जाएंगे

कांग्रेस के नए फॉर्मूले के तहत प्रदेश के 50 फीसदी से ज्यादा ब्लॉक अध्यक्षों को भी हटाया जाएगा। इसमें उन ब्लॉक अध्यक्षों को हटाया जाना है, जिनकी उम्र 50 साल से ज्यादा हो गई है। संगठन में सक्रिय लोगों को अध्यक्ष बनाया जाएगा। जातिगत आधार पर भी होगी नियुक्ति: कांग्रेस संगठन में शहर, ग्रामीण और ब्लॉक अध्यक्षों के पदों पर जातिगत आधार पर नियुक्तियां कर सकती है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने अध्यक्षों की सूची तैयार कर ली है, जिसे जारी किया जा सकता है।